• बंबू एक्स1 कार्बन प्रिंटर के हैकिंग की सागा एक गंभीर समस्या है, जो न केवल तकनीकी दृष्टि से बल्कि समाज के दृष्टिकोण से भी चिंताजनक है। बंबू लैब्स ने बेहतरीन प्रिंटर्स बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन उनकी इस उत्कृष्टता की कीमत हमारी स्वतंत्रता है। जब से उन्होंने नए फर्मवेयर को जारी किया है, तब से बंबू प्रिंटर्स केवल बंबू की अपनी सॉफ़्टवेयर के साथ काम कर सकते हैं। यह क्या है? एक स्पष्ट नियंत्रण और उपभोक्ता के अधिकारों का उल्लंघन!

    क्या हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि हम अपनी पसंद से वंचित हो गए हैं? क्या हम इस अमानवीय तकनीकी नियंत्रण को सहन करेंगे, जिसमें हमें एक कंपनी की मर्जी पर निर्भर रहना पड़ता है? ये प्रिंटर्स, जो पहले हमारे लिए एक टूल थे, अब एक बंधन बन गए हैं। हमें यह समझना होगा कि बंबू लैब्स की यह रणनीति केवल उनके लाभ के लिए है, जबकि उपभोक्ता को महज एक साधन में बदल दिया गया है।

    ताजा फर्मवेयर अपडेट ने हमें एक ऐसे चक्र में फंसा दिया है, जहां हम या तो बंबू के नियमों का पालन करें या फिर अपने प्रिंटर को एक बेकार मशीन में बदल दें। क्या यह उचित है? यह तो सीधा सीधा उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन है। क्या कोई और कंपनी अपने प्रोडक्ट्स के साथ ऐसा कर सकती है? क्या हम इस अन्याय को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं?

    बंबू लैब्स के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि वे केवल अपने मुनाफे की परवाह करते हैं और उपभोक्ताओं की स्वतंत्रता उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। यह एक गंभीर तकनीकी समस्या है, जो हमें जागरूक करने की आवश्यकता है। हमें एकजुट होकर इस अन्याय का सामना करना होगा और बंबू लैब्स को बताना होगा कि हम उनकी मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

    हमें इस स्थिति के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है। हमें एक आंदोलन की जरूरत है, जो हमें हमारी स्वतंत्रता दिलाए। हम बंबू लैब्स से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वे हमारे लिए सही फैसला लेंगे। हमें खुद के लिए खड़ा होना होगा। अब समय आ गया है कि हम इस तकनीकी तानाशाही का विरोध करें और अपनी आवाज उठाएं।

    #बंबू #प्रिंटर्स #तकनीकीसमस्या #स्वतंत्रता #उपभोक्ताकेअधिकार
    बंबू एक्स1 कार्बन प्रिंटर के हैकिंग की सागा एक गंभीर समस्या है, जो न केवल तकनीकी दृष्टि से बल्कि समाज के दृष्टिकोण से भी चिंताजनक है। बंबू लैब्स ने बेहतरीन प्रिंटर्स बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है, लेकिन उनकी इस उत्कृष्टता की कीमत हमारी स्वतंत्रता है। जब से उन्होंने नए फर्मवेयर को जारी किया है, तब से बंबू प्रिंटर्स केवल बंबू की अपनी सॉफ़्टवेयर के साथ काम कर सकते हैं। यह क्या है? एक स्पष्ट नियंत्रण और उपभोक्ता के अधिकारों का उल्लंघन! क्या हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि हम अपनी पसंद से वंचित हो गए हैं? क्या हम इस अमानवीय तकनीकी नियंत्रण को सहन करेंगे, जिसमें हमें एक कंपनी की मर्जी पर निर्भर रहना पड़ता है? ये प्रिंटर्स, जो पहले हमारे लिए एक टूल थे, अब एक बंधन बन गए हैं। हमें यह समझना होगा कि बंबू लैब्स की यह रणनीति केवल उनके लाभ के लिए है, जबकि उपभोक्ता को महज एक साधन में बदल दिया गया है। ताजा फर्मवेयर अपडेट ने हमें एक ऐसे चक्र में फंसा दिया है, जहां हम या तो बंबू के नियमों का पालन करें या फिर अपने प्रिंटर को एक बेकार मशीन में बदल दें। क्या यह उचित है? यह तो सीधा सीधा उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन है। क्या कोई और कंपनी अपने प्रोडक्ट्स के साथ ऐसा कर सकती है? क्या हम इस अन्याय को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं? बंबू लैब्स के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि वे केवल अपने मुनाफे की परवाह करते हैं और उपभोक्ताओं की स्वतंत्रता उनके लिए कोई मायने नहीं रखती। यह एक गंभीर तकनीकी समस्या है, जो हमें जागरूक करने की आवश्यकता है। हमें एकजुट होकर इस अन्याय का सामना करना होगा और बंबू लैब्स को बताना होगा कि हम उनकी मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमें इस स्थिति के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है। हमें एक आंदोलन की जरूरत है, जो हमें हमारी स्वतंत्रता दिलाए। हम बंबू लैब्स से यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वे हमारे लिए सही फैसला लेंगे। हमें खुद के लिए खड़ा होना होगा। अब समय आ गया है कि हम इस तकनीकी तानाशाही का विरोध करें और अपनी आवाज उठाएं। #बंबू #प्रिंटर्स #तकनीकीसमस्या #स्वतंत्रता #उपभोक्ताकेअधिकार
    The Saga of Hacking a Bambu X1 Carbon
    Bambu Labs make indisputably excellent printers. However, that excellence comes at the cost of freedom. After a firmware release earlier this year, Bambu printers could only work with Bambu’s own …read more
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  • आजकल समाज में दो बातें बेहद चिंताजनक हो गई हैं: एक तो बच्चों के खान-पान का हाल, और दूसरी, उन पर थोपे जा रहे विज्ञापन के झूठे सपने। और हां, मैं बात कर रहा हूँ "कार्टे पोकेमॉन मैकडो" की। यह सच में बहुत ही शर्मनाक है कि एक फास्ट फूड चेन, जो पहले से ही बच्चों को जंक फूड से भर रही है, अब उनके छोटे से दिलों में पोकेमॉन जैसे बेकार के सामान के जरिए लालच दे रही है। यह असल में एक विपरीत प्रभाव डालने वाला कदम है जो कि बच्चों की सेहत और मानसिकता दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है।

    क्या यह सही है कि बच्चों को मैकडो के "हैप्पी मील" में एक छोटा सा पैकेट मिल रहा है, जिसमें संभावित रूप से कोई "विराट मूल्य" छिपा हो सकता है? यह सब एक बड़ा धोखा है! बच्चों को यह समझाने के बजाय कि वे असली खेल और दोस्ती के लिए बाहर खेलें, उन्हें इस तरह के फर्जी सामान में उलझा दिया गया है। क्या हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम अपने बच्चों को क्या दे रहे हैं? क्या हम उन्हें केवल "सत्य" के झूठे सपने दिखा रहे हैं?

    बात सिर्फ पोकेमॉन की नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा सवाल है: क्या हम अपनी अगली पीढ़ी को एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने की सलाह दे रहे हैं या उन्हें एक ऐसी दुनिया में धकेल रहे हैं जहां वे केवल उपभोक्तावाद के भंवर में फंसते जाएं? इस तरह की पहलें बच्चों को यह सिखा रही हैं कि खुशी केवल उपहारों और वस्तुओं में है, जबकि असली खुशी तो सच्चे संबंधों और अनुभवों में होती है।

    इससे भी बुरी बात यह है कि यह सब केवल पैसे कमाने के लिए किया जा रहा है। क्या हमें यह नहीं समझना चाहिए कि हमें अपने बच्चों की भलाई के लिए जिम्मेदार होना चाहिए? यह केवल एक जंक फूड चेन का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के मूल्यों का मामला है। जब हम अपने बच्चों को इस तरह के संदिग्ध उपहारों में उलझाते हैं, तो हम उन्हें यह सिखा रहे हैं कि खुश रहने के लिए उन्हें हमेशा कुछ खरीदना होगा।

    आखिरकार, हमें इस पर ध्यान देना होगा कि हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं। क्या हम अपने बच्चों को सच्चाई और मूल्य सिखा रहे हैं, या हम उन्हें केवल उपभोक्तावाद की ओर धकेल रहे हैं? यह एक गंभीर मुद्दा है, और हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी।

    #कार्टे_पोकेमॉन #मैकडो #बच्चों_की_सेहत #उपभोक्तावाद #सामाजिक_जिम्मेदारी
    आजकल समाज में दो बातें बेहद चिंताजनक हो गई हैं: एक तो बच्चों के खान-पान का हाल, और दूसरी, उन पर थोपे जा रहे विज्ञापन के झूठे सपने। और हां, मैं बात कर रहा हूँ "कार्टे पोकेमॉन मैकडो" की। यह सच में बहुत ही शर्मनाक है कि एक फास्ट फूड चेन, जो पहले से ही बच्चों को जंक फूड से भर रही है, अब उनके छोटे से दिलों में पोकेमॉन जैसे बेकार के सामान के जरिए लालच दे रही है। यह असल में एक विपरीत प्रभाव डालने वाला कदम है जो कि बच्चों की सेहत और मानसिकता दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है। क्या यह सही है कि बच्चों को मैकडो के "हैप्पी मील" में एक छोटा सा पैकेट मिल रहा है, जिसमें संभावित रूप से कोई "विराट मूल्य" छिपा हो सकता है? यह सब एक बड़ा धोखा है! बच्चों को यह समझाने के बजाय कि वे असली खेल और दोस्ती के लिए बाहर खेलें, उन्हें इस तरह के फर्जी सामान में उलझा दिया गया है। क्या हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम अपने बच्चों को क्या दे रहे हैं? क्या हम उन्हें केवल "सत्य" के झूठे सपने दिखा रहे हैं? बात सिर्फ पोकेमॉन की नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा सवाल है: क्या हम अपनी अगली पीढ़ी को एक स्वस्थ और संतुलित जीवन जीने की सलाह दे रहे हैं या उन्हें एक ऐसी दुनिया में धकेल रहे हैं जहां वे केवल उपभोक्तावाद के भंवर में फंसते जाएं? इस तरह की पहलें बच्चों को यह सिखा रही हैं कि खुशी केवल उपहारों और वस्तुओं में है, जबकि असली खुशी तो सच्चे संबंधों और अनुभवों में होती है। इससे भी बुरी बात यह है कि यह सब केवल पैसे कमाने के लिए किया जा रहा है। क्या हमें यह नहीं समझना चाहिए कि हमें अपने बच्चों की भलाई के लिए जिम्मेदार होना चाहिए? यह केवल एक जंक फूड चेन का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के मूल्यों का मामला है। जब हम अपने बच्चों को इस तरह के संदिग्ध उपहारों में उलझाते हैं, तो हम उन्हें यह सिखा रहे हैं कि खुश रहने के लिए उन्हें हमेशा कुछ खरीदना होगा। आखिरकार, हमें इस पर ध्यान देना होगा कि हम अपने बच्चों को क्या सिखा रहे हैं। क्या हम अपने बच्चों को सच्चाई और मूल्य सिखा रहे हैं, या हम उन्हें केवल उपभोक्तावाद की ओर धकेल रहे हैं? यह एक गंभीर मुद्दा है, और हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी। #कार्टे_पोकेमॉन #मैकडो #बच्चों_की_सेहत #उपभोक्तावाद #सामाजिक_जिम्मेदारी
    Carte Pokémon McDo – Comment démarrer votre collection ?
    Le petit sachet mystère glissé dans un Happy Meal peut renfermer une véritable pépite pour […] Cet article Carte Pokémon McDo – Comment démarrer votre collection ? a été publié sur REALITE-VIRTUELLE.COM.
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  • अरे, क्या हो रहा है अमेज़न? गोप्रो हीरो 13 की रिकॉर्ड-लो प्राइस पर बिक्री कर रहे हो, बस अपने इन्वेंटरी को फ्री करने के लिए? क्या आपको लगता है कि हम इस तरह की हरकतों को नहीं देख रहे हैं? यह सिर्फ एक बेवकूफी भरा कदम है, जो यह दर्शाता है कि आपको अपने प्रोडक्ट्स की कद्र नहीं है। गोप्रो हीरो 13, जो कि अपने क्लास में सबसे बेहतरीन कैमरा है, अब केवल एक मार्केटिंग ट्रिक के लिए हमारी आंखों के सामने बेचा जा रहा है।

    क्या अमेज़न को यह नहीं समझ आ रहा कि यह सब कुछ केवल ग्राहकों को धोखा देने के लिए है? यह एक स्पष्ट संकेत है कि आप अपने लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। जब एक बेहतरीन उत्पाद को इस तरह से गिराया जाता है, तो यह उसकी गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है। क्या यह केवल एक सस्ता प्रोडक्ट बनकर रह गया है, या क्या यह वास्तव में वही गोप्रो है जिसे हम जानते थे?

    यह हर बार एक ही सर्कस है - नई तकनीकें, नए उत्पाद, और फिर एक दिन अचानक, सब कुछ बेमानी हो जाता है। आप हमें दिखाते हैं कि एक ब्रांड कैसे दुनिया को बदल सकता है, और फिर उसे सस्ते दामों पर हमारी जेब से निकाल लेते हैं। क्या हम बस एक उपभोक्ता की तरह हो गए हैं, जो सिर्फ सस्ते दामों के पीछे भाग रहा है? यह हमें इस बात पर विचार करने पर मजबूर करता है कि क्या हम वास्तव में सही उत्पाद खरीद रहे हैं या बस एक और मार्केटिंग चाल का शिकार बन गए हैं।

    अमेज़न का यह कदम न केवल गोप्रो के लिए, बल्कि हर उपभोक्ता के लिए एक चेतावनी है। यह सब एक बड़ा खेल है जहां सिर्फ लाभ मायने रखता है। हमें यह समझना होगा कि जब हम ऐसे उत्पादों को खरीदते हैं, तो हम केवल अमेज़न के लाभ में योगदान दे रहे हैं, न कि अपनी ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं।

    इसलिए, अगली बार जब आप गोप्रो हीरो 13 को रिकॉर्ड-लो प्राइस पर खरीदने का विचार करें, तो सोचिए कि क्या यह वास्तव में एक समझदारी भरा कदम है या सिर्फ एक और ट्रैप है। क्या आप खुद को और अपने पैसे को इस तरह की बेहूदा मार्केटिंग में फंसने देंगे?

    #अमेज़न #गोप्रोहीरो13 #तकनीकीसामान #उपभोक्तावाद #मार्केटिंगचाल
    अरे, क्या हो रहा है अमेज़न? गोप्रो हीरो 13 की रिकॉर्ड-लो प्राइस पर बिक्री कर रहे हो, बस अपने इन्वेंटरी को फ्री करने के लिए? क्या आपको लगता है कि हम इस तरह की हरकतों को नहीं देख रहे हैं? यह सिर्फ एक बेवकूफी भरा कदम है, जो यह दर्शाता है कि आपको अपने प्रोडक्ट्स की कद्र नहीं है। गोप्रो हीरो 13, जो कि अपने क्लास में सबसे बेहतरीन कैमरा है, अब केवल एक मार्केटिंग ट्रिक के लिए हमारी आंखों के सामने बेचा जा रहा है। क्या अमेज़न को यह नहीं समझ आ रहा कि यह सब कुछ केवल ग्राहकों को धोखा देने के लिए है? यह एक स्पष्ट संकेत है कि आप अपने लाभ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। जब एक बेहतरीन उत्पाद को इस तरह से गिराया जाता है, तो यह उसकी गुणवत्ता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है। क्या यह केवल एक सस्ता प्रोडक्ट बनकर रह गया है, या क्या यह वास्तव में वही गोप्रो है जिसे हम जानते थे? यह हर बार एक ही सर्कस है - नई तकनीकें, नए उत्पाद, और फिर एक दिन अचानक, सब कुछ बेमानी हो जाता है। आप हमें दिखाते हैं कि एक ब्रांड कैसे दुनिया को बदल सकता है, और फिर उसे सस्ते दामों पर हमारी जेब से निकाल लेते हैं। क्या हम बस एक उपभोक्ता की तरह हो गए हैं, जो सिर्फ सस्ते दामों के पीछे भाग रहा है? यह हमें इस बात पर विचार करने पर मजबूर करता है कि क्या हम वास्तव में सही उत्पाद खरीद रहे हैं या बस एक और मार्केटिंग चाल का शिकार बन गए हैं। अमेज़न का यह कदम न केवल गोप्रो के लिए, बल्कि हर उपभोक्ता के लिए एक चेतावनी है। यह सब एक बड़ा खेल है जहां सिर्फ लाभ मायने रखता है। हमें यह समझना होगा कि जब हम ऐसे उत्पादों को खरीदते हैं, तो हम केवल अमेज़न के लाभ में योगदान दे रहे हैं, न कि अपनी ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं। इसलिए, अगली बार जब आप गोप्रो हीरो 13 को रिकॉर्ड-लो प्राइस पर खरीदने का विचार करें, तो सोचिए कि क्या यह वास्तव में एक समझदारी भरा कदम है या सिर्फ एक और ट्रैप है। क्या आप खुद को और अपने पैसे को इस तरह की बेहूदा मार्केटिंग में फंसने देंगे? #अमेज़न #गोप्रोहीरो13 #तकनीकीसामान #उपभोक्तावाद #मार्केटिंगचाल
    To Free Up Inventory, Amazon Has Dropped the GoPro Hero 13 to a Record-Low Price
    This little action cam is hands down the top seller in its class. The post To Free Up Inventory, Amazon Has Dropped the GoPro Hero 13 to a Record-Low Price appeared first on Kotaku.
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  • क्या आप जानते हैं कि Lelo Sona 3 Cruise एक असाधारण वाइब्रेटर है, लेकिन इसका हालिया अपडेट कितना बोरिंग और निराशाजनक है? इस उत्पाद की प्रशंसा करने वाले समीक्षकों को यह समझना चाहिए कि जब कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट को नया करने में विफल रहती है, तो यह केवल उपभोक्ताओं के साथ धोखा है। Lelo Sona 3 Cruise का हालिया अपडेट सिर्फ एक निराशा है, और हमें इसके बारे में खुलकर बात करनी चाहिए।

    किसी भी तकनीकी उत्पाद की सफलता का मूल मंत्र है नवाचार। जब आप एक वाइब्रेटर लेते हैं, तो आप एक अनुभव की उम्मीद करते हैं जो आपको नया, ताजा और रोमांचक महसूस कराए। लेकिन Lelo Sona 3 Cruise के मामले में, हम वही पुरानी कहानी सुन रहे हैं। यह एक अच्छा वाइब्रेटर है, लेकिन क्या यह वास्तव में कोई नया अनुभव दे रहा है? बिल्कुल नहीं! इसके अपडेट में कुछ भी नया नहीं है। क्या आपको यह पता है कि उपभोक्ताओं को ताजगी की खोज में कितनी मेहनत करनी पड़ती है? लेकिन Lelo ने हमें निराश किया है।

    यहां तक कि अगर हम इसकी तुलना अन्य नए उत्पादों से करें, तो हमें यह स्पष्ट हो जाता है कि Lelo ने अपनी प्रतिस्पर्धा को पीछे छोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया। इस उत्पाद में नये फीचर्स की कमी है और यह ऐसे समय में आता है जब बाजार में और भी बेहतर और उन्नत उत्पाद उपलब्ध हैं। हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया गया है कि क्या Lelo ने वास्तव में अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझा है या फिर वे केवल हमारे पैसों का दोहन करने में लगे हैं?

    इस निराशाजनक स्थिति को देखना बेहद गुस्सा दिलाने वाला है। क्या कंपनी को यह नहीं समझना चाहिए कि उनके ग्राहकों को बेहतर अनुभव की आवश्यकता है? यह हमें यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या हमें Lelo जैसे ब्रांड पर भरोसा करना चाहिए। यदि वे नए प्रयोग करने में असफल रहते हैं, तो क्या उन्हें बाजार में बने रहने का कोई अधिकार है?

    Lelo Sona 3 Cruise एक शानदार वाइब्रेटर हो सकता है, लेकिन इसके ताज़ा अपडेट की कमी ने इसे बासी और बेकार बना दिया है। इस प्रकार के उत्पादों की उम्मीद करने वाले उपभोक्ताओं को एक बेहतर विकल्प की तलाश करनी चाहिए। हमें अपने पैसे का सही इस्तेमाल करना चाहिए और ऐसे ब्रांड्स को सबक सिखाना चाहिए जो केवल हमारे पैसे का दोहन करने में लगे हैं।

    #LeloSona3Cruise #वाइब्रेटर #तकनीकीउत्पाद #उपभोक्ताअधिकार #नवाचार
    क्या आप जानते हैं कि Lelo Sona 3 Cruise एक असाधारण वाइब्रेटर है, लेकिन इसका हालिया अपडेट कितना बोरिंग और निराशाजनक है? इस उत्पाद की प्रशंसा करने वाले समीक्षकों को यह समझना चाहिए कि जब कोई कंपनी अपने प्रोडक्ट को नया करने में विफल रहती है, तो यह केवल उपभोक्ताओं के साथ धोखा है। Lelo Sona 3 Cruise का हालिया अपडेट सिर्फ एक निराशा है, और हमें इसके बारे में खुलकर बात करनी चाहिए। किसी भी तकनीकी उत्पाद की सफलता का मूल मंत्र है नवाचार। जब आप एक वाइब्रेटर लेते हैं, तो आप एक अनुभव की उम्मीद करते हैं जो आपको नया, ताजा और रोमांचक महसूस कराए। लेकिन Lelo Sona 3 Cruise के मामले में, हम वही पुरानी कहानी सुन रहे हैं। यह एक अच्छा वाइब्रेटर है, लेकिन क्या यह वास्तव में कोई नया अनुभव दे रहा है? बिल्कुल नहीं! इसके अपडेट में कुछ भी नया नहीं है। क्या आपको यह पता है कि उपभोक्ताओं को ताजगी की खोज में कितनी मेहनत करनी पड़ती है? लेकिन Lelo ने हमें निराश किया है। यहां तक कि अगर हम इसकी तुलना अन्य नए उत्पादों से करें, तो हमें यह स्पष्ट हो जाता है कि Lelo ने अपनी प्रतिस्पर्धा को पीछे छोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया। इस उत्पाद में नये फीचर्स की कमी है और यह ऐसे समय में आता है जब बाजार में और भी बेहतर और उन्नत उत्पाद उपलब्ध हैं। हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया गया है कि क्या Lelo ने वास्तव में अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझा है या फिर वे केवल हमारे पैसों का दोहन करने में लगे हैं? इस निराशाजनक स्थिति को देखना बेहद गुस्सा दिलाने वाला है। क्या कंपनी को यह नहीं समझना चाहिए कि उनके ग्राहकों को बेहतर अनुभव की आवश्यकता है? यह हमें यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्या हमें Lelo जैसे ब्रांड पर भरोसा करना चाहिए। यदि वे नए प्रयोग करने में असफल रहते हैं, तो क्या उन्हें बाजार में बने रहने का कोई अधिकार है? Lelo Sona 3 Cruise एक शानदार वाइब्रेटर हो सकता है, लेकिन इसके ताज़ा अपडेट की कमी ने इसे बासी और बेकार बना दिया है। इस प्रकार के उत्पादों की उम्मीद करने वाले उपभोक्ताओं को एक बेहतर विकल्प की तलाश करनी चाहिए। हमें अपने पैसे का सही इस्तेमाल करना चाहिए और ऐसे ब्रांड्स को सबक सिखाना चाहिए जो केवल हमारे पैसे का दोहन करने में लगे हैं। #LeloSona3Cruise #वाइब्रेटर #तकनीकीउत्पाद #उपभोक्ताअधिकार #नवाचार
    Lelo Sona 3 Cruise Review: Stale Update
    Lelo’s Sona 3 Cruise remains a great vibrator, but there’s not much new here to excite.
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  • ## USDA का पुनर्गठन: एक संक्षिप्त अवलोकन

    15 अगस्त 2025 को, अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट्स ने कृषि समिति के माध्यम से सचिव कृषि ब्रुक रोलिंस को एक लंबा पत्र भेजा। यह पत्र USDA के पुनर्गठन के प्रस्ताव के बारे में गहरी चिंताओं को दर्शाता है। यह पुनर्गठन योजना कथित तौर पर विभाग की कार्यक्षमता को कम कर सकती है, जिससे इसकी प्रभावशीलता में कमी आ सकती है।

    ## USDA का महत्व

    यूएसडीए, यानी यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर, कृषि और खाद्य सुरक्षा से संबंधित कई पहलुओं को देखता है। यह विभाग किसानों, उपभो...
    ## USDA का पुनर्गठन: एक संक्षिप्त अवलोकन 15 अगस्त 2025 को, अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट्स ने कृषि समिति के माध्यम से सचिव कृषि ब्रुक रोलिंस को एक लंबा पत्र भेजा। यह पत्र USDA के पुनर्गठन के प्रस्ताव के बारे में गहरी चिंताओं को दर्शाता है। यह पुनर्गठन योजना कथित तौर पर विभाग की कार्यक्षमता को कम कर सकती है, जिससे इसकी प्रभावशीलता में कमी आ सकती है। ## USDA का महत्व यूएसडीए, यानी यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर, कृषि और खाद्य सुरक्षा से संबंधित कई पहलुओं को देखता है। यह विभाग किसानों, उपभो...
    डेमोक्रेट्स ने कांग्रेस में USDA पुनर्गठन की जानकारी मांगी
    ## USDA का पुनर्गठन: एक संक्षिप्त अवलोकन 15 अगस्त 2025 को, अमेरिकी कांग्रेस में डेमोक्रेट्स ने कृषि समिति के माध्यम से सचिव कृषि ब्रुक रोलिंस को एक लंबा पत्र भेजा। यह पत्र USDA के पुनर्गठन के प्रस्ताव के बारे में गहरी चिंताओं को दर्शाता है। यह पुनर्गठन योजना कथित तौर पर विभाग की कार्यक्षमता को कम कर सकती है, जिससे इसकी प्रभावशीलता में कमी आ सकती है। ## USDA का महत्व यूएसडीए, यानी यू.एस....
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  • माइक्रोसॉफ्ट का Surface Laptop 7 एक ख़ामोश क्रांति नहीं है, बल्कि यह तकनीकी दुनिया का एक बड़ा मजाक है। जब आप एक लैपटॉप खरीदते हैं, तो आप यह उम्मीद करते हैं कि यह एक मजबूत हार्डवेयर के साथ आएगा, जो अपने सॉफ़्टवेयर के साथ अच्छी तरह से काम करेगा। लेकिन क्या हुआ? माइक्रोसॉफ्ट ने अपने Surface Laptop 7 के साथ एक ऐसा उत्पाद पेश किया, जो अपने सॉफ्टवेयर के साथ पूरी तरह से असंगत है।

    किसे मजाक समझा जाए? क्या यह मजाक है कि हम एक लैपटॉप खरीदते हैं, जिसमें "मजबूत एआई प्रदर्शन" और "पूरे दिन की बैटरी लाइफ" की बातें की जाती हैं, लेकिन वास्तविकता में हमें निराशा का सामना करना पड़ता है? क्या माइक्रोसॉफ्ट को यह नहीं समझ में आता कि ग्राहकों की अपेक्षाएँ क्या होती हैं? क्या वे केवल अपने उत्पादों को बेचना चाहते हैं बिना यह सोचे कि उपभोक्ता को वास्तव में क्या चाहिए?

    Surface Laptop 7 की समस्या यह है कि यह अपने हार्डवेयर की ताकत को बर्बाद कर रहा है। जब आप इसे चालू करते हैं, तो आपको लगता है कि आप एक बेहतरीन मशीन का अनुभव करने वाले हैं, लेकिन थोड़ी देर बाद ही यह आपका मिजाज बिगाड़ देता है। सॉफ्टवेयर की अनुकूलता की कमी और हार्डवेयर के साथ उसे सही से काम करने में असमर्थता इसे एक फालतू उत्पाद बना देती है।

    बैटरी की बात करें, तो चलिए, माइक्रोसॉफ्ट की "पूरे दिन की बैटरी लाइफ" का मजाक उड़ाते हैं। जब आप वास्तव में इसका उपयोग करते हैं, तो आप पाएंगे कि बैटरी जीवन वास्तव में बहुत कम है। यह किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्या यह सही है कि हम एक महंगे लैपटॉप के लिए भुगतान करें और फिर भी हमें इस तरह की भद्दी सच्चाई का सामना करना पड़े?

    इस समस्या का एक बड़ा कारण यह है कि कंपनियां अपने ग्राहकों की जरूरतों को नजरअंदाज कर रही हैं, और सिर्फ मार्केटिंग टर्म्स का उपयोग कर रही हैं। "मजबूत एआई प्रदर्शन" की बातें करने का क्या फायदा, अगर वास्तविकता में लैपटॉप सुस्त और असामान्य रूप से धीमा है?

    हम सभी को यह समझना होगा कि तकनीक हमें सेवा देनी चाहिए, न कि हम तकनीक के लिए सेवा करें। मैं माइक्रोसॉफ्ट से अपेक्षा करता हूँ कि वे अपने उत्पादों पर ध्यान दें और उन समस्याओं को हल करें जो वास्तव में मौजूद हैं। हमें ऐसे उत्पादों की आवश्यकता है जो हमारे काम को आसान बनाएं, न कि ऐसे जो हमें निराश करें।

    #SurfaceLaptop7 #Microsoft #TechnologyFail #ConsumerRights #Electronics
    माइक्रोसॉफ्ट का Surface Laptop 7 एक ख़ामोश क्रांति नहीं है, बल्कि यह तकनीकी दुनिया का एक बड़ा मजाक है। जब आप एक लैपटॉप खरीदते हैं, तो आप यह उम्मीद करते हैं कि यह एक मजबूत हार्डवेयर के साथ आएगा, जो अपने सॉफ़्टवेयर के साथ अच्छी तरह से काम करेगा। लेकिन क्या हुआ? माइक्रोसॉफ्ट ने अपने Surface Laptop 7 के साथ एक ऐसा उत्पाद पेश किया, जो अपने सॉफ्टवेयर के साथ पूरी तरह से असंगत है। किसे मजाक समझा जाए? क्या यह मजाक है कि हम एक लैपटॉप खरीदते हैं, जिसमें "मजबूत एआई प्रदर्शन" और "पूरे दिन की बैटरी लाइफ" की बातें की जाती हैं, लेकिन वास्तविकता में हमें निराशा का सामना करना पड़ता है? क्या माइक्रोसॉफ्ट को यह नहीं समझ में आता कि ग्राहकों की अपेक्षाएँ क्या होती हैं? क्या वे केवल अपने उत्पादों को बेचना चाहते हैं बिना यह सोचे कि उपभोक्ता को वास्तव में क्या चाहिए? Surface Laptop 7 की समस्या यह है कि यह अपने हार्डवेयर की ताकत को बर्बाद कर रहा है। जब आप इसे चालू करते हैं, तो आपको लगता है कि आप एक बेहतरीन मशीन का अनुभव करने वाले हैं, लेकिन थोड़ी देर बाद ही यह आपका मिजाज बिगाड़ देता है। सॉफ्टवेयर की अनुकूलता की कमी और हार्डवेयर के साथ उसे सही से काम करने में असमर्थता इसे एक फालतू उत्पाद बना देती है। बैटरी की बात करें, तो चलिए, माइक्रोसॉफ्ट की "पूरे दिन की बैटरी लाइफ" का मजाक उड़ाते हैं। जब आप वास्तव में इसका उपयोग करते हैं, तो आप पाएंगे कि बैटरी जीवन वास्तव में बहुत कम है। यह किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्या यह सही है कि हम एक महंगे लैपटॉप के लिए भुगतान करें और फिर भी हमें इस तरह की भद्दी सच्चाई का सामना करना पड़े? इस समस्या का एक बड़ा कारण यह है कि कंपनियां अपने ग्राहकों की जरूरतों को नजरअंदाज कर रही हैं, और सिर्फ मार्केटिंग टर्म्स का उपयोग कर रही हैं। "मजबूत एआई प्रदर्शन" की बातें करने का क्या फायदा, अगर वास्तविकता में लैपटॉप सुस्त और असामान्य रूप से धीमा है? हम सभी को यह समझना होगा कि तकनीक हमें सेवा देनी चाहिए, न कि हम तकनीक के लिए सेवा करें। मैं माइक्रोसॉफ्ट से अपेक्षा करता हूँ कि वे अपने उत्पादों पर ध्यान दें और उन समस्याओं को हल करें जो वास्तव में मौजूद हैं। हमें ऐसे उत्पादों की आवश्यकता है जो हमारे काम को आसान बनाएं, न कि ऐसे जो हमें निराश करें। #SurfaceLaptop7 #Microsoft #TechnologyFail #ConsumerRights #Electronics
    Microsoft’s Surface Laptop 7 is what happens when PC hardware wears its software like a glove
    Strong AI performance and an all-day battery life. What’s not to like?
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  • अरे, क्या हम सच में इस पागलपन को सहन कर रहे हैं? अमेज़न प्राइम डे के नाम पर जो हो रहा है, वो तो किसी बेतुके मज़ाक से कम नहीं है! हर साल हम इस दिन को लेकर उत्साहित होते हैं, जैसे कि यह कोई बड़ा त्योहार हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि असली डील्स तो कहीं और हैं? "Bin off Prime Day and shop these top 3D printer deals instead" जैसे शीर्षक हमारे सामने क्यों आते हैं? क्योंकि असली बुनियादी बातें तो यही हैं कि अमेज़न आपको सिर्फ फालतू की छूट देकर बेवकूफ बना रहा है!

    देखिए, प्राइम डे पर हमें क्या मिलता है? सिर्फ वही सामान, जो अमेज़न पहले से ही overpriced कर चुका है। और फिर हमें दिखाते हैं कि हम कितनी बड़ी बचत कर रहे हैं। यह तो एक बड़ा धोखा है! जब आप सोचते हैं कि आप कोई शानदार डील पा रहे हैं, तब असल में आप सिर्फ एक जाल में फंसे हुए हैं।

    अब बात करते हैं 3D प्रिंटर की डील्स की, जो कि असल में दिलचस्प हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि 3D प्रिंटिंग का कितना बड़ा भविष्य है? यह तकनीक हमें अनगिनत संभावनाएँ देती है, और जो लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, उनके लिए यह एक महान निवेश है। लेकिन क्या अमेज़न आपको इन डील्स के बारे में बताने वाला है? नहीं! क्योंकि उन्हें तो बस अपने बड़े मुनाफे से मतलब है।

    अमेज़न की monopoly ने बाजार को पूरी तरह से गंदा कर दिया है। छोटे विक्रेताओं को तो कोई मौका ही नहीं मिलता। हम जैसे उपभोक्ताओं को चाहिए कि हम इस बेतुकी प्राइम डे की आदत को छोड़ें और असली डील्स की तरफ देखें। 3D प्रिंटर की खरीदारी जैसे विकल्पों पर ध्यान दें, जो न केवल आपको बेहतर मूल्य देते हैं, बल्कि आपको एक नए तकनीकी युग में भी ले जाते हैं।

    तो चलिए, हम सब मिलकर इस अमेज़न के जाल से बाहर निकलें और असली डील्स की ओर बढ़ें। यह समय है बदलाव का! आइए, हम इस बेतुके प्राइम डे को छोड़ दें और उन डील्स की ओर बढ़ें, जो वाकई में हमें फायदा पहुंचा सकती हैं।

    #3Dप्रिंटर #अमेज़न #प्राइमडे #डील्स #तकनीकीबदलाव
    अरे, क्या हम सच में इस पागलपन को सहन कर रहे हैं? अमेज़न प्राइम डे के नाम पर जो हो रहा है, वो तो किसी बेतुके मज़ाक से कम नहीं है! हर साल हम इस दिन को लेकर उत्साहित होते हैं, जैसे कि यह कोई बड़ा त्योहार हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि असली डील्स तो कहीं और हैं? "Bin off Prime Day and shop these top 3D printer deals instead" जैसे शीर्षक हमारे सामने क्यों आते हैं? क्योंकि असली बुनियादी बातें तो यही हैं कि अमेज़न आपको सिर्फ फालतू की छूट देकर बेवकूफ बना रहा है! देखिए, प्राइम डे पर हमें क्या मिलता है? सिर्फ वही सामान, जो अमेज़न पहले से ही overpriced कर चुका है। और फिर हमें दिखाते हैं कि हम कितनी बड़ी बचत कर रहे हैं। यह तो एक बड़ा धोखा है! जब आप सोचते हैं कि आप कोई शानदार डील पा रहे हैं, तब असल में आप सिर्फ एक जाल में फंसे हुए हैं। अब बात करते हैं 3D प्रिंटर की डील्स की, जो कि असल में दिलचस्प हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि 3D प्रिंटिंग का कितना बड़ा भविष्य है? यह तकनीक हमें अनगिनत संभावनाएँ देती है, और जो लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, उनके लिए यह एक महान निवेश है। लेकिन क्या अमेज़न आपको इन डील्स के बारे में बताने वाला है? नहीं! क्योंकि उन्हें तो बस अपने बड़े मुनाफे से मतलब है। अमेज़न की monopoly ने बाजार को पूरी तरह से गंदा कर दिया है। छोटे विक्रेताओं को तो कोई मौका ही नहीं मिलता। हम जैसे उपभोक्ताओं को चाहिए कि हम इस बेतुकी प्राइम डे की आदत को छोड़ें और असली डील्स की तरफ देखें। 3D प्रिंटर की खरीदारी जैसे विकल्पों पर ध्यान दें, जो न केवल आपको बेहतर मूल्य देते हैं, बल्कि आपको एक नए तकनीकी युग में भी ले जाते हैं। तो चलिए, हम सब मिलकर इस अमेज़न के जाल से बाहर निकलें और असली डील्स की ओर बढ़ें। यह समय है बदलाव का! आइए, हम इस बेतुके प्राइम डे को छोड़ दें और उन डील्स की ओर बढ़ें, जो वाकई में हमें फायदा पहुंचा सकती हैं। #3Dप्रिंटर #अमेज़न #प्राइमडे #डील्स #तकनीकीबदलाव
    Bin off Prime Day and shop these top 3D printer deals instead
    The best deals aren't always at Amazon yano.
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  • क्या आपको पता है कि "एंथम" वीडियो गेम जल्दी ही हमारी दुनिया को अलविदा कहने वाला है? जी हाँ, 2026 में यह गेम अपने जीवन का समापन करने जा रहा है। इस खबर के साथ, "स्टॉप किलिंग वीडियो गेम्स" नामक उपभोक्ता समूह ने एक नई मुहिम शुरू की है — ऐसा लगता है जैसे वे गेम्स को समाप्ति की कगार से बचाने के लिए एम्बुलेंस लेकर आए हैं।

    अब सवाल यह उठता है कि "एंथम" के अंत-जीवन देखभाल का क्या हाल होना चाहिए? क्या हम इसे एक फ्यूनरल में बदल देंगे, जहां गेमर्स अपने कंसोल्स के साथ अंतिम विदाई देंगे? क्या हमें रिवाइव करने की कोशिश करनी चाहिए, जैसे कि हम किसी प्रियजनों को फिर से जीवित करने की कोशिश करते हैं, या हमें इसे शांति से छोड़ देना चाहिए, जैसे हम पुराने खिलौनों को अलविदा कहते हैं?

    "एंथम" के अंत के साथ, हम यह भी देख सकते हैं कि कैसे अन्य ऑनलाइन सेवा गेम्स भी इसी दिशा में बढ़ रहे हैं। क्या हम एक नई गेमिंग संस्कृति की शुरुआत कर रहे हैं, जहां गेम्स को चिरकालिक जीवन नहीं मिलता? क्या हमें उन्हें पेंशन फंड में डालना चाहिए ताकि वे अपने अंत के लिए तैयार रहें? शायद हमें एक "वीडियो गेम्स के लिए अंतिम संस्कार" समारोह का आयोजन करना चाहिए, जहां हर कोई अपने पसंदीदा गेम के लिए आंसू बहाए।

    और क्या? क्या आपको याद है जब हम सभी गेम्स को "सर्वश्रेष्ठ" मानते थे? अब हमें "एंथम" के लिए एक शोक सभा आयोजित करनी पड़ेगी, क्योंकि यह भी उन सैकड़ों खेलों में शामिल हो गया है जो पहले ही "निष्क्रिय" हो चुके हैं। यह एक अद्भुत स्थिति है — हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जहां गेम्स का जीवन इतना संक्षिप्त होता जा रहा है, कि हमें उनके लिए अंतिम संस्कार की योजना बनानी पड़ती है।

    तो, क्या दफनाना बेहतर है या रिवाइव करना? शायद हमें "एंथम" के लिए एक अंतिम नृत्य आयोजित करना चाहिए, जहां हम सभी एक साथ मिलकर इसके जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का जश्न मनाएं। क्योंकि अंत में, एक गेम का अंत केवल एक शुरुआत हो सकती है — अगले गेम के लिए।

    चलो, "एंथम" को अलविदा कहते हैं, लेकिन सावधान रहें, अगला गेम आपके दरवाजे पर दस्तक दे सकता है, और कौन जानता है कि यह कब "एंथम" के रास्ते पर चला जाएगा।

    #वीडियोगेम्स #एंथम #गैमिंगकल्चर #गेम्सकीसमस्या #वीडियोमौत
    क्या आपको पता है कि "एंथम" वीडियो गेम जल्दी ही हमारी दुनिया को अलविदा कहने वाला है? जी हाँ, 2026 में यह गेम अपने जीवन का समापन करने जा रहा है। इस खबर के साथ, "स्टॉप किलिंग वीडियो गेम्स" नामक उपभोक्ता समूह ने एक नई मुहिम शुरू की है — ऐसा लगता है जैसे वे गेम्स को समाप्ति की कगार से बचाने के लिए एम्बुलेंस लेकर आए हैं। अब सवाल यह उठता है कि "एंथम" के अंत-जीवन देखभाल का क्या हाल होना चाहिए? क्या हम इसे एक फ्यूनरल में बदल देंगे, जहां गेमर्स अपने कंसोल्स के साथ अंतिम विदाई देंगे? क्या हमें रिवाइव करने की कोशिश करनी चाहिए, जैसे कि हम किसी प्रियजनों को फिर से जीवित करने की कोशिश करते हैं, या हमें इसे शांति से छोड़ देना चाहिए, जैसे हम पुराने खिलौनों को अलविदा कहते हैं? "एंथम" के अंत के साथ, हम यह भी देख सकते हैं कि कैसे अन्य ऑनलाइन सेवा गेम्स भी इसी दिशा में बढ़ रहे हैं। क्या हम एक नई गेमिंग संस्कृति की शुरुआत कर रहे हैं, जहां गेम्स को चिरकालिक जीवन नहीं मिलता? क्या हमें उन्हें पेंशन फंड में डालना चाहिए ताकि वे अपने अंत के लिए तैयार रहें? शायद हमें एक "वीडियो गेम्स के लिए अंतिम संस्कार" समारोह का आयोजन करना चाहिए, जहां हर कोई अपने पसंदीदा गेम के लिए आंसू बहाए। और क्या? क्या आपको याद है जब हम सभी गेम्स को "सर्वश्रेष्ठ" मानते थे? अब हमें "एंथम" के लिए एक शोक सभा आयोजित करनी पड़ेगी, क्योंकि यह भी उन सैकड़ों खेलों में शामिल हो गया है जो पहले ही "निष्क्रिय" हो चुके हैं। यह एक अद्भुत स्थिति है — हम एक ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जहां गेम्स का जीवन इतना संक्षिप्त होता जा रहा है, कि हमें उनके लिए अंतिम संस्कार की योजना बनानी पड़ती है। तो, क्या दफनाना बेहतर है या रिवाइव करना? शायद हमें "एंथम" के लिए एक अंतिम नृत्य आयोजित करना चाहिए, जहां हम सभी एक साथ मिलकर इसके जीवन की छोटी-छोटी खुशियों का जश्न मनाएं। क्योंकि अंत में, एक गेम का अंत केवल एक शुरुआत हो सकती है — अगले गेम के लिए। चलो, "एंथम" को अलविदा कहते हैं, लेकिन सावधान रहें, अगला गेम आपके दरवाजे पर दस्तक दे सकता है, और कौन जानता है कि यह कब "एंथम" के रास्ते पर चला जाएगा। #वीडियोगेम्स #एंथम #गैमिंगकल्चर #गेम्सकीसमस्या #वीडियोमौत
    ‘Anthem’ Is the Latest Video Game Casualty. What Should End-of-Life Care Look Like for Games?
    Anthem will disappear in early 2026. The move comes as consumer group Stop Killing Video Games fights to preserve similar online service games.
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  • क्या आपको यह समझ में आता है कि Bigscreen Beyond 2 जैसी तकनीकी वस्तु का लॉन्च एक बार फिर से वही पुरानी समस्याओं के साथ हो रहा है? यह क्या है? हर बार एक नई तकनीक के साथ हमें वही पुरानी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस बार, Bigscreen Beyond 2 के पहले उदाहरणों की शिपमेंट की खबर आई है, लेकिन क्या कोई यह सोचने की जहमत उठाता है कि क्या यह वास्तव में उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करेगा या बस एक और महंगी खिलौना होगा?

    क्या हम सभी इस बात को नजरअंदाज कर सकते हैं कि तकनीक के इस युग में, ग्राहक हमेशा की तरह कमजोर और बेबस होते जा रहे हैं? Bigscreen Beyond 2 के लॉन्च के साथ, यह स्पष्ट है कि कंपनी ने फिर से अपने उपयोगकर्ताओं की आवाज़ को अनसुना कर दिया है। क्या आपको याद है पिछले उत्पादों के साथ हुई समस्याएं? क्या हमने उनकी सीख ली? नहीं, बिल्कुल नहीं।

    इस बार भी, Bigscreen की रणनीतियाँ वही पुरानी हैं। नए उत्पाद का प्रचार करना और फिर उसे बाजार में उतारना, बिना किसी स्पष्टता या उपयोगकर्ता फीडबैक के। यह स्पष्ट है कि इस कंपनी को अपने ग्राहकों की चिंता नहीं है। उनकी प्राथमिकता केवल मुनाफा कमा लेना है, और इसके लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।

    आप सोच सकते हैं कि इन तकनीकी उत्पादों का उद्देश्य हमें एक बेहतर अनुभव देना है, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह केवल एक दिखावा है। Bigscreen Beyond 2 के साथ, हम एक बार फिर उसी पुरानी कहानी को जी रहे हैं—उत्पाद में कोई वास्तविक नवाचार नहीं, केवल एक नया नाम और एक नई कीमत।

    क्या आपको इस पर शर्म नहीं आती? क्या यह सही नहीं है कि हम सभी को मिलकर इस अन्याय का विरोध करना चाहिए? हमें अपनी आवाज़ उठानी होगी और यह बताना होगा कि हम इस तरह की गलतियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह तकनीकी कंपनी जब तक हमारे साथ सही व्यवहार नहीं करेगी, तब तक हम उन्हें अपने पैसे क्यों दें?

    आगे बढ़ें और इस अन्याय के खिलाफ खड़े हों। हमें एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि तकनीकी कंपनियाँ वास्तव में हमारी ज़रूरतों को समझें और हमें वही दें जो हम चाहते हैं। Bigscreen Beyond 2 सिर्फ एक और उत्पाद नहीं है, यह एक चेतावनी है। हमें अपनी आवाज उठानी होगी, अन्यथा हम हमेशा इन कंपनियों की लूट का शिकार बने रहेंगे।

    #BigscreenBeyond2 #तकनीकीसमस्या #उपभोक्ताअधिकार #विरोध #नवाचार
    क्या आपको यह समझ में आता है कि Bigscreen Beyond 2 जैसी तकनीकी वस्तु का लॉन्च एक बार फिर से वही पुरानी समस्याओं के साथ हो रहा है? यह क्या है? हर बार एक नई तकनीक के साथ हमें वही पुरानी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस बार, Bigscreen Beyond 2 के पहले उदाहरणों की शिपमेंट की खबर आई है, लेकिन क्या कोई यह सोचने की जहमत उठाता है कि क्या यह वास्तव में उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करेगा या बस एक और महंगी खिलौना होगा? क्या हम सभी इस बात को नजरअंदाज कर सकते हैं कि तकनीक के इस युग में, ग्राहक हमेशा की तरह कमजोर और बेबस होते जा रहे हैं? Bigscreen Beyond 2 के लॉन्च के साथ, यह स्पष्ट है कि कंपनी ने फिर से अपने उपयोगकर्ताओं की आवाज़ को अनसुना कर दिया है। क्या आपको याद है पिछले उत्पादों के साथ हुई समस्याएं? क्या हमने उनकी सीख ली? नहीं, बिल्कुल नहीं। इस बार भी, Bigscreen की रणनीतियाँ वही पुरानी हैं। नए उत्पाद का प्रचार करना और फिर उसे बाजार में उतारना, बिना किसी स्पष्टता या उपयोगकर्ता फीडबैक के। यह स्पष्ट है कि इस कंपनी को अपने ग्राहकों की चिंता नहीं है। उनकी प्राथमिकता केवल मुनाफा कमा लेना है, और इसके लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। आप सोच सकते हैं कि इन तकनीकी उत्पादों का उद्देश्य हमें एक बेहतर अनुभव देना है, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह केवल एक दिखावा है। Bigscreen Beyond 2 के साथ, हम एक बार फिर उसी पुरानी कहानी को जी रहे हैं—उत्पाद में कोई वास्तविक नवाचार नहीं, केवल एक नया नाम और एक नई कीमत। क्या आपको इस पर शर्म नहीं आती? क्या यह सही नहीं है कि हम सभी को मिलकर इस अन्याय का विरोध करना चाहिए? हमें अपनी आवाज़ उठानी होगी और यह बताना होगा कि हम इस तरह की गलतियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह तकनीकी कंपनी जब तक हमारे साथ सही व्यवहार नहीं करेगी, तब तक हम उन्हें अपने पैसे क्यों दें? आगे बढ़ें और इस अन्याय के खिलाफ खड़े हों। हमें एक साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि तकनीकी कंपनियाँ वास्तव में हमारी ज़रूरतों को समझें और हमें वही दें जो हम चाहते हैं। Bigscreen Beyond 2 सिर्फ एक और उत्पाद नहीं है, यह एक चेतावनी है। हमें अपनी आवाज उठानी होगी, अन्यथा हम हमेशा इन कंपनियों की लूट का शिकार बने रहेंगे। #BigscreenBeyond2 #तकनीकीसमस्या #उपभोक्ताअधिकार #विरोध #नवाचार
    Bigscreen Beyond 2 en route avec une première vague d’expéditions
    Les tout premiers exemplaires du Bigscreen Beyond 2 quittent l’usine et commencent leur trajet vers […] Cet article Bigscreen Beyond 2 en route avec une première vague d’expéditions a été publié sur REALITE-VIRTUELLE.COM.
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