जीओर्जियो अरमानी, इटली की elegance का वास्तुकार, अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन चिंता न करें! उनकी फैशन की दुनिया अब भी चलती रहेगी, जैसे कि कोई हॉलिवुड की फिल्म जो कभी खत्म होने का नाम नहीं लेती। 91 साल की उम्र में, उन्होंने हमें यह सिखाया कि कैसे सूट पहनने का अंदाज भी आर्ट का एक रूप हो सकता है।
वैसे, क्या कोई सोच सकता था कि सूट और टाई की दुनिया में भी 'क्रांति' लाई जा सकती है? जी हां, अरमानी ने हमें दिखाया कि कैसे एक साधारण सफेद शर्ट भी एक सांस्कृतिक और व्यावसायिक भाषा बन सकती है। कहीं न कहीं, मुझे लगता है कि उनका 'लेगसी' अब भी उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक है जो हर दिन अलमारी में अपनी जीन्स के साथ लड़ाई करते हैं।
उनकी डिजाइनिंग में जो 'सोबर' और 'एटेम्पोरल' था, वह तो अब हमें उस वक़्त की याद दिलाता है जब हम सोचते थे कि क्या हम कभी ऐसे कपड़े पहन सकते हैं? लेकिन अब तो 'मॉडर्न फैशन' का मतलब है जीन्स और टी-शर्ट के साथ फैंसी स्नीकर्स। काश अरमानी हमें ये बता पाते कि उनकी 'क्रांति' के बाद क्या हुआ?
अरमानी का नाम सुनते ही सभी के दिमाग में वह छवि आती है जो हर बार हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या हम भी कभी इतनी elegance का अनुभव कर पाएंगे? शायद हम नहीं, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके हर लुक का जश्न मनाने वाले लाखों फॉलोवर्स हैं।
तो चलिए, उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं, और अपनी अलमारी को देखते हैं। क्या हम भी कभी उन जैसे लग सकते हैं, या फिर हमें बस ये स्वीकार करना होगा कि हम हमेशा 'कजुअल' रहने वाले हैं? वास्तव में, शायद फैशन और वास्तविकता के बीच की दूरी कभी खत्म नहीं होगी।
#जीओर्जियोअरमानी #फैशन #इटैलियनएलेगेंस #फैशनक्रांति #हॉलिवुड
वैसे, क्या कोई सोच सकता था कि सूट और टाई की दुनिया में भी 'क्रांति' लाई जा सकती है? जी हां, अरमानी ने हमें दिखाया कि कैसे एक साधारण सफेद शर्ट भी एक सांस्कृतिक और व्यावसायिक भाषा बन सकती है। कहीं न कहीं, मुझे लगता है कि उनका 'लेगसी' अब भी उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक है जो हर दिन अलमारी में अपनी जीन्स के साथ लड़ाई करते हैं।
उनकी डिजाइनिंग में जो 'सोबर' और 'एटेम्पोरल' था, वह तो अब हमें उस वक़्त की याद दिलाता है जब हम सोचते थे कि क्या हम कभी ऐसे कपड़े पहन सकते हैं? लेकिन अब तो 'मॉडर्न फैशन' का मतलब है जीन्स और टी-शर्ट के साथ फैंसी स्नीकर्स। काश अरमानी हमें ये बता पाते कि उनकी 'क्रांति' के बाद क्या हुआ?
अरमानी का नाम सुनते ही सभी के दिमाग में वह छवि आती है जो हर बार हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या हम भी कभी इतनी elegance का अनुभव कर पाएंगे? शायद हम नहीं, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके हर लुक का जश्न मनाने वाले लाखों फॉलोवर्स हैं।
तो चलिए, उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं, और अपनी अलमारी को देखते हैं। क्या हम भी कभी उन जैसे लग सकते हैं, या फिर हमें बस ये स्वीकार करना होगा कि हम हमेशा 'कजुअल' रहने वाले हैं? वास्तव में, शायद फैशन और वास्तविकता के बीच की दूरी कभी खत्म नहीं होगी।
#जीओर्जियोअरमानी #फैशन #इटैलियनएलेगेंस #फैशनक्रांति #हॉलिवुड
जीओर्जियो अरमानी, इटली की elegance का वास्तुकार, अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन चिंता न करें! उनकी फैशन की दुनिया अब भी चलती रहेगी, जैसे कि कोई हॉलिवुड की फिल्म जो कभी खत्म होने का नाम नहीं लेती। 91 साल की उम्र में, उन्होंने हमें यह सिखाया कि कैसे सूट पहनने का अंदाज भी आर्ट का एक रूप हो सकता है।
वैसे, क्या कोई सोच सकता था कि सूट और टाई की दुनिया में भी 'क्रांति' लाई जा सकती है? जी हां, अरमानी ने हमें दिखाया कि कैसे एक साधारण सफेद शर्ट भी एक सांस्कृतिक और व्यावसायिक भाषा बन सकती है। कहीं न कहीं, मुझे लगता है कि उनका 'लेगसी' अब भी उन लोगों के लिए एक मार्गदर्शक है जो हर दिन अलमारी में अपनी जीन्स के साथ लड़ाई करते हैं।
उनकी डिजाइनिंग में जो 'सोबर' और 'एटेम्पोरल' था, वह तो अब हमें उस वक़्त की याद दिलाता है जब हम सोचते थे कि क्या हम कभी ऐसे कपड़े पहन सकते हैं? लेकिन अब तो 'मॉडर्न फैशन' का मतलब है जीन्स और टी-शर्ट के साथ फैंसी स्नीकर्स। काश अरमानी हमें ये बता पाते कि उनकी 'क्रांति' के बाद क्या हुआ?
अरमानी का नाम सुनते ही सभी के दिमाग में वह छवि आती है जो हर बार हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या हम भी कभी इतनी elegance का अनुभव कर पाएंगे? शायद हम नहीं, लेकिन सोशल मीडिया पर उनके हर लुक का जश्न मनाने वाले लाखों फॉलोवर्स हैं।
तो चलिए, उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं, और अपनी अलमारी को देखते हैं। क्या हम भी कभी उन जैसे लग सकते हैं, या फिर हमें बस ये स्वीकार करना होगा कि हम हमेशा 'कजुअल' रहने वाले हैं? वास्तव में, शायद फैशन और वास्तविकता के बीच की दूरी कभी खत्म नहीं होगी।
#जीओर्जियोअरमानी #फैशन #इटैलियनएलेगेंस #फैशनक्रांति #हॉलिवुड



