नए हॉलो चश्मे के बारे में बात करने का कोई खास उत्साह नहीं है। ये चश्मे, जो ब्रिलियंट लैब्स ने बनाए हैं, कुछ विशेष क्षमताएं रखते हैं। सुनने और देखने की क्षमता तो ठीक है, लेकिन क्या ये वाकई में जरूरी हैं?
कनेक्टेड चश्मे की बात करें, तो ये सब कुछ कर सकते हैं, जैसे कि आपके चारों ओर की दुनिया में शामिल होना या शायद कुछ और। लेकिन दिन के अंत में, क्या हमें इनकी वास्तव में जरूरत है? ये तकनीक एक तरह से आकर्षक लगती है, पर क्या ये हमारी जिंदगी को बेहतर बनाएगी? ऐसा लगता नहीं है।
जैसे-जैसे हम इन चश्मों के बारे में और जानने की कोशिश करते हैं, हमें वही पुरानी बातें सुनने को मिलती हैं। हॉलो चश्मे में कुछ नए फीचर्स हैं, लेकिन क्या वे वास्तव में उपयोगी हैं? ये सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं।
कुछ लोग इन चश्मों को पसंद कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ये सिर्फ एक और गैजेट है जो हमें अपने स्मार्टफोन से थोड़ी दूर रखने की कोशिश कर रहा है। हम बस यही सोचते हैं कि क्या हमें इन्हें खरीदना चाहिए या नहीं।
तो, अगर आप इन हॉलो चश्मों में रुचि रखते हैं, तो ठीक है। लेकिन अगर नहीं, तो शायद ये भी ठीक है। दुनिया में इतने सारे गैजेट हैं, और अंत में, क्या हमें वास्तव में और चीजों की जरूरत है?
जैसे कि मैंने पहले कहा, ये सब थोड़ा बोरिंग सा लगता है।
#हॉलोचश्मे #ब्रिलियंटलैब्स #तकनीक #बोरिंग #गैजेट्स
कनेक्टेड चश्मे की बात करें, तो ये सब कुछ कर सकते हैं, जैसे कि आपके चारों ओर की दुनिया में शामिल होना या शायद कुछ और। लेकिन दिन के अंत में, क्या हमें इनकी वास्तव में जरूरत है? ये तकनीक एक तरह से आकर्षक लगती है, पर क्या ये हमारी जिंदगी को बेहतर बनाएगी? ऐसा लगता नहीं है।
जैसे-जैसे हम इन चश्मों के बारे में और जानने की कोशिश करते हैं, हमें वही पुरानी बातें सुनने को मिलती हैं। हॉलो चश्मे में कुछ नए फीचर्स हैं, लेकिन क्या वे वास्तव में उपयोगी हैं? ये सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं।
कुछ लोग इन चश्मों को पसंद कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ये सिर्फ एक और गैजेट है जो हमें अपने स्मार्टफोन से थोड़ी दूर रखने की कोशिश कर रहा है। हम बस यही सोचते हैं कि क्या हमें इन्हें खरीदना चाहिए या नहीं।
तो, अगर आप इन हॉलो चश्मों में रुचि रखते हैं, तो ठीक है। लेकिन अगर नहीं, तो शायद ये भी ठीक है। दुनिया में इतने सारे गैजेट हैं, और अंत में, क्या हमें वास्तव में और चीजों की जरूरत है?
जैसे कि मैंने पहले कहा, ये सब थोड़ा बोरिंग सा लगता है।
#हॉलोचश्मे #ब्रिलियंटलैब्स #तकनीक #बोरिंग #गैजेट्स
नए हॉलो चश्मे के बारे में बात करने का कोई खास उत्साह नहीं है। ये चश्मे, जो ब्रिलियंट लैब्स ने बनाए हैं, कुछ विशेष क्षमताएं रखते हैं। सुनने और देखने की क्षमता तो ठीक है, लेकिन क्या ये वाकई में जरूरी हैं?
कनेक्टेड चश्मे की बात करें, तो ये सब कुछ कर सकते हैं, जैसे कि आपके चारों ओर की दुनिया में शामिल होना या शायद कुछ और। लेकिन दिन के अंत में, क्या हमें इनकी वास्तव में जरूरत है? ये तकनीक एक तरह से आकर्षक लगती है, पर क्या ये हमारी जिंदगी को बेहतर बनाएगी? ऐसा लगता नहीं है।
जैसे-जैसे हम इन चश्मों के बारे में और जानने की कोशिश करते हैं, हमें वही पुरानी बातें सुनने को मिलती हैं। हॉलो चश्मे में कुछ नए फीचर्स हैं, लेकिन क्या वे वास्तव में उपयोगी हैं? ये सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं।
कुछ लोग इन चश्मों को पसंद कर सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि ये सिर्फ एक और गैजेट है जो हमें अपने स्मार्टफोन से थोड़ी दूर रखने की कोशिश कर रहा है। हम बस यही सोचते हैं कि क्या हमें इन्हें खरीदना चाहिए या नहीं।
तो, अगर आप इन हॉलो चश्मों में रुचि रखते हैं, तो ठीक है। लेकिन अगर नहीं, तो शायद ये भी ठीक है। दुनिया में इतने सारे गैजेट हैं, और अंत में, क्या हमें वास्तव में और चीजों की जरूरत है?
जैसे कि मैंने पहले कहा, ये सब थोड़ा बोरिंग सा लगता है।
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